अयोध्या का वैभवशाली व विकसित होना कभी विपक्ष को अच्छा नहीं लगा: पूर्व सांसद श्री लल्लू सिंह जी
अयोध्या
पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने सिविल लाइन स्थित भाजपा कार्यालय में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व व मागदर्शन में अयोध्या को देश के विकसित शहरों में एक बनाने परिकल्पना को साकार स्वरुप दिया गया है। 2014 में सांसद बनने के बाद अयोध्या को उसके वृहद स्वरुप में लाने के संकल्पों को लेकर रणनीति तैयार की गई। अयोध्या के स्वरुप को लोग जानते थे। लेकिन उसकी सांस्कृतिक सीमा 84 कोसी के बारे में श्रद्धालु व लोग परिचित नहीं थे। जिसको लेकर दिल्ली में 2019 में अयोध्या पर्व के माध्यम से वैश्विक स्तर पर इसको प्रसारित किया गया। जिसका परिणाम आज अयोध्या के सर्वांगीण विकास के रुप में जनता के सामने आया।
उन्होंने बताया कि 2014 में सांसद बनने के बाद अयोध्या में राममंदिर निर्माण होने को लेकर पयर्टन सुविधाओं के विकास पर कार्य करना शुरु कर दिया गया। जिसमें वृहद स्तर पर जिले के बुद्धजीवियों, संतो व आम जनता से सुझाव लिए गये। जिसके बाद विकास की वृहद रणनीति तैयार की गई। 2015 में अयोध्या से सुल्तानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में कैबिनेट मंत्री नितिन गड़करी ने शिलान्यास किया। 2016 में तत्कालीन पयर्टन व संस्कृति मंत्री महेश शर्मा के द्वारा विकास की 133 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। इसी वर्ष अयोध्या से जगदीशपुर फोरलेन का शिलान्यास, तत्कालीन रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के द्वारा अयोध्या बाराबंकी जफराबाद रेलवे लाईन का दोहरीकरण, अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का निर्माण समेत रेलवे की कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। यह परियोजनाएं अयोध्या के विकास की महज एक शुरुआत थी। जो आने वाले समय में वृहद स्वरुप लेती गयी। जनता के सुझावों के आधार पर 2014 में विकास की डाली गई नींव आज एक इमारत का स्वरुप ले चुकी है।
केन्द्र व प्रदेश सरकार ने परियोजनाओं के माध्यम से अयोध्या में विकास की अभूतपूर्व गाथा लिख दी है। विकास के पथ पर अयोध्या को अग्रसर करने की परिकल्पना में श्रद्धालुआें के साथ यहां के संतो व आम जनता की अपेक्षाओं को समाहित किया गया। इसके लिए केन्द्र सरकार के दो व वर्तमान कार्यकाल एवं प्रदेश सरकार के पिछले व वर्तमान कार्यकाल में संतो व जनता की अपेक्षाओं को निरंतर सम्बंधित विभाग, मंत्रालय के पटल पर रखने का कार्य किया गया। जिसका परिणाम आज सभी के सामने है। आज अयोध्या आने वाला श्रद्धालु व पयर्टक पिछले कुछ वर्षो के दौरान अयोध्या में हुए परिवर्तन को महसूस कर रहा है व अपने गृह क्षेत्र वापस जाकर इसकी तारीफ कर रहा है।
उन्होंने बताया कि विपक्ष ने कभी सकारात्मक राजनीति नहीं की। केवल गुमराह करने की राजनीति को अपना आधार बनाते हुए जनता के सामने गलत आंकड़े प्रस्तुत किए। अयोध्या का वैभवशाली व विकसित होना कभी विपक्ष को अच्छा नहीं लगा। विकास के पथ गतिशील अयोध्या के मार्ग पर हमेशा रुकावटे लाने का कार्य विपक्ष ने किया। विपक्ष की इस साजिश का जवाब जनता के बीच किये कार्यो व विकास को लगातार गतिशील बनाते हुए दिया जाएगा। विकास की कोई परियोजना की गति को मंद नहीं पड़ने दिया जाएगा। सभी परियोजनाएं अपने समय पर पूर्ण होंगी व जनता को समर्पित की जाएगी। अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं, यहां के संत व जनता की अपेक्षाओं को लगातार आगे पहुंचाया जाएगा। जिससे अयोध्या के विकास में सभी के सुझावों को सम्मलित होने का सिलसिला थमने न पाये।
उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार के पिछले दो व वर्तमान कार्यकाल एवं प्रदेश सरकार के कार्यकालों में किए विकास के कार्य निम्नलिखित है।
सरकार द्वारा किये गये विकास के कार्य
1. अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन
प्रथम फेज-241 करोड़
द्वितीय फेज-480 करोड़
2. महर्षि वाल्मीकि अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा-1175 करोड़
3. राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज दर्शननगर अयोध्या-245 करोड़
4. राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज दर्शननगर अयोध्या में ट्रामा सेण्टर का निर्माण- 33.10 करोड़
5. अयोध्या जगदीशपुर फोरलेन मार्ग का निर्माण-1530 करोड़
6. क्रासिंग संख्या- 105 सूर्यकुण्ड, 107 दर्शननगर, 108 A अयोध्या दर्शननगर मार्ग, 108 AC पंचकोसी परिक्रमा मार्ग, 111 टेढ़ी बाजार, 112 बड़ी बुआ, 118 लालबाग, 121 मोदहा तथा 156 दरियाबाद पर रेल उपरिगामी सेतु (ROB) का निर्माण- 725.61 करोड़
7. CPET (सीपेट कॉलेज) का निर्माण- प्रथम फेज 39.60 करोड़
8. अयोध्या के रूदौली में आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज का निर्माण- 49 करोड़
9. पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की स्वदेश दर्शन स्कीम से 133 करोड़ से अयोध्या बस अड्डा का निर्माण, गुप्तारघाट व लक्ष्मणघाट का निर्माण तथा राम की पैड़ी का सौन्दर्यीकरण
10. अयोध्या में लालडिग्गी/सन्ध्या कुण्ड, ब्रहमकुण्ड, मनुमनि कुण्ड, विद्याकुण्ड, दशरथकुण्ड, अग्निकुण्ड, सीताकुण्ड तथा खजुआकुण्ड सहित अन्य कुण्डों का सौन्दर्यीकरण व विकास।
11. विल्हरिघाट में कोल साइडिंग का निर्माण- 39 करोड़
12. सलारपुर में माल साइडिंग का निर्माण-130.83 करोड़
13. बाराबंकी-अयोध्या-अकबरपुर-जफराबाद रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण- 1792.44 करोड़
14. अमृत भारत स्टेशन स्कीम से दर्शननगर, भरतकुण्ड व रामघाट हाल्ट का निर्माण- 44 करोड़
15. रामपथ, भक्तिपथ, रामजन्मभूमिपथ व धर्मपथ का निर्माण- लागत लगभग 1000 करोड़
16. टेढ़ी बाजार, कौशलेश कुंज, जलकल अमानीगंज व कचेहरी अयोध्या के पीछे पार्किंग व जनसुविधा का निर्माण- लागत लगभग 90 करोड़
17. सूर्यकण्ड का विकास व सौन्दर्यीकरण- लागत 23.81 करोड़
18. गुप्तारघाट का विकास व सौन्दर्यीकरण पार्क व पार्किंग- लागत 54.79 करोड़
19. रूदौली में अटल आवासीय विद्यालय का निर्माण- लागत 66.44 करोड़
20. अयोध्या-अकबरपुर-वाराणसी फोरलेन मार्ग का निर्माण – लागत 725 करोड़
21. चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग का 4-लेन निर्माण- लागत 1140.24 करोड़
22. पंचकोसी परिक्रमा मार्ग का 4-लेन निर्माण- लागत 773.22 करोड़
23. एनएच-27 से मोहबरा बाजार होते हुए टेढ़ीबाजार तक 4-लेन मार्ग का निर्माण- लागत 44.98 करोड़
24. एनएच-330 से हवाई अड्डा तक 4-लेन मार्ग का निर्माण- लागत 20 करोड़
25. ग्रीनफील्ड टाउनशिप (नव्य अयोध्या) क्षेत्रफल 119.4 एकड़- लागत 3000 करोड़
26. अयोध्या से दशरथ समाधि स्थल होते हुए अयोध्या-अकबरपुर मुख्य मार्ग तक 4-लेन मार्ग का चौड़ीकरण।
27. एबी बन्धा का निर्माण-
28. सीएसआर फण्ड से देश का पहला मंदिर संग्रहालय बनेगा। जिसके लिए सरकार जमीन देगी। 650 करोड़ मंदिर संग्रहालय निर्माण पर सीएसआर फण्ड से एवं 100 करोड़ टाटा सन्स करेगी।
29. 28000 घरों को सीवेज सिस्टम से जोड़ा जायेगा, इसके लिए 351 करोड़ रूपये खर्च होंगे।
30. 6 प्रवेश द्वारों और सार्वजनिक सुविधाओं का निर्माण-लागत 73.40 करोड़।
*प्रस्तावित कार्य*
1. अयोध्या कैण्ट रेलवे स्टेशन का नवनिर्माण।
2. अयोध्या कैण्ट से प्रयागराज रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण।
3. अयोध्या कैण्ट से लालगंज-रायबरेली नई रेलवे लाइन का निर्माण।
4. अयोध्या से प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग 330 का 6-लेन चौड़ीकरण। (महाकुम्भ 2025 के बाद)