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अयोध्या के व्यापारियों का उत्पीड़न नही होगा बर्दाश्त – दीपक दूबे

अयोध्या धाम

शहर के एक प्रतिष्ठित व्यापारी के उत्पीड़न को लेकर रविवार को शहर के एक होटल में राष्ट्रीय व्यापारी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक दुबे मीडिया से मुखातिब हुए।प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दुबे ने बताया कि राष्ट्रीय व्यापारी सेना के संरक्षक व जिले के प्रतिष्ठित होटल और दवा व्यवसाई नवमी लाल गुप्ता के द्वारा कुछ वर्ष पूर्व नयाघाट स्थित पंजाब नेशनल बैंक के समीप सभी विधिक औपचारिकताओं को पूर्ण करके वास्तविक स्वामी से जरिए बैनामा आठ कमरों का भवन खरीदा गया है।इसे हथियाने और इस पर कब्जा करने की नीयत से अखिल भारत जय गुरु संप्रदाय कलकत्ता के कथित पदाधिकारी प्रियनाथ चट्टोपाध्याय,उनकी पत्नी इंद्राणी चट्टोपाध्याय तथा उनके कुछ सहयोगियों द्वारा सुनियोजित तरीके से शोषण व उत्पीड़न का प्रयास किया जा रहा है।इस प्रयास की शुरुआत श्री गुप्ता, उनकी पत्नी तथा कुछ अन्य लोगों को नामजद करते हुए एक फर्जी मुकदमा दर्ज कराने के साथ हुई जिसमें तत्कालीन एसपी सिटी विजयपाल सिंह तथा स्थानीय पुलिस द्वारा अंतिम रिपोर्ट लगाने के बावजूद विपक्षियों और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की सांठगांठ से इसकी तीसरी बार जांच कराई गई जिसमें फिर से अंतिम रिपोर्ट लग गई।इससे खीझे विपक्षियों द्वारा श्री गुप्ता तथा उनके पुत्र को फिर से फंसाने के उद्देश्य से दो फर्ज़ी मुकदमे दर्ज कराए गए जिसमें एक मुकदमे में उनके पुत्र की नामजदगी गलत पाई गई तथा दूसरे मुकदमे में बगैर साक्ष्य के अभियुक्तों के दबाव व प्रभाव में आरोप पत्र लगा दिया गया जिसके विरुद्ध अपील की गई है।व्यापारी नेता श्री गुप्ता द्वारा जिले के सभी पुलिस अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई।मजबूरन तत्कालीन एडीजी जोन लखनऊ के निर्देश पर श्री गुप्ता तथा उनके गार्ड की तरफ से विपक्षी प्रियनाथ चट्टोपाध्याय, इंद्राणी चट्टोपाध्याय तथा उनके सहयोगियों केt विरुद्ध गंभीर धाराओं के दो मुकदमे दर्ज किए गए जिसमें श्री गुप्ता के गार्ड द्वारा विधिवत जांच के बाद दर्ज कराए गए मुकदमे में तत्कालीन सीओ शैलेंद्र प्रताप गौतम द्वारा काल डिटेल रिकॉर्ड को दरकिनार कर होटल की एक पर्ची के आधार पर अंतिम रिपोर्ट लगा दी गई।इसकी शिकायत फिर से एडीजी जोन लखनऊ से की गई है और जांच वर्तमान सीओ अयोध्या को मिली है।इसी क्रम में श्री गुप्ता द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में साक्ष्यों के आधार पर आरोप पत्र लगाने की तैयारी है और जनपद न्यायाधीश महोदय द्वारा दोनों आरोपियों की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी गई है।इतना ही नहीं,कुछ दिनों पहले प्रियनाथ चट्टोपाध्याय के सहयोगी आकाश जायसवाल, अखिल भारत जय गुरु संप्रदाय से निष्कासित विरागानंद और उनके स्थानीय सहयोगियों द्वारा सुनियोजित तरीके से श्री गुप्ता को धमकाने तथा उसके भवन में जबरन घुसकर बैग उठा ले जाने का आपराधिक कृत्य किया गया।इसकी शिकायत स्थानीय थाना पुलिस से की गई किन्तु कोई कार्रवाई न होने पर जिला एवं सत्र न्यायालय की शरण ली गई है।माननीय न्यायालय तथा शासन का निर्देश होने के बावजूद श्री गुप्ता के साथ घटित किसी भी घटना का मुकदमा बगैर जांच के नहीं दर्ज किया गया और जो मुकदमा दर्ज भी किया गया उसमें विपक्षियों को राहत देने का भरपूर प्रयास किया गया।इसके विपरीत उन्हीं निर्देशों को दरकिनार कर विपक्षियों की ओर से श्री गुप्ता के विरुद्ध दर्ज किए गए किसी भी मुकदमे की प्रारंभिक जांच नहीं की गई जो न केवल स्थानीय पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली का दोहरा मापदंड है बल्कि विपक्षियों से सांठगांठ का संकेत भी है। संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर प्रपत्रों और साक्ष्यों के साथ उन्हें पूरे घटनाक्रम से अवगत कराएगा और यदि इसके बाद भी कारवाई नहीं की गई तो संगठन धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस व प्रशासन की होगी।प्रेस वार्ता के दौरान संगठन के संरक्षक नवमी लाल गुप्ता,राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव अजीत प्रताप यादव, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुरेंद्र चौरसिया, जिलाध्यक्ष प्रशांत जायसवाल, राष्ट्रीय संयोजक जसवीर सिंह सहित बड़ी संख्या में संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे।

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