अयोध्या धाम से आरम्भ हुई गोप्रतिष्ठा ध्वज स्थापना कृष्ण की लीलास्थली वृन्दावन में सम्पन्न हुई
अयोध्या धाम
#गोप्रतिष्ठा_आन्दोलन के अन्तर्गत #गौमाता को #राष्ट्रमाता बनाने के लिए इस #गोसंवत्सर में अनेकों कार्यक्रम पूरे भारत वर्ष में किए जा रहे हैं , इस गौसंवत्सर में गोमाता की रक्षा और प्रतिष्ठा के कार्य को सुनिश्चित कराना इस आन्दोलन को प्रथम कर्तव्य है ।
विगत 22 सितम्बर 2024 से लेकर 27 अक्टूबर 2024 तक ये ऐतिहासिक यात्रा चली इस देश में जिसका विश्लेषण आने वाली पीढियां करेंगी ।
विगत अनेक शताब्दियों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब सनातन धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु शंकराचार्य जी स्वयं #गोप्रतिष्ठा के लिए सम्पूर्ण भारत की परिक्रमा की हो ।
अयोध्या धाम से आरम्भ हुई ये यात्रा हर प्रदेश की राजधानी में गई जहां पर गोप्रतिष्ठाध्वज की स्थापना कर गौरक्षा का संकल्प सबने । पूर्वोत्तर के चार राज्यों ने इस यात्रा का प्रबल विरोध किया और तत्तत् स्थानों की सरकारों ने प्रदेश में प्रवेश पर लोग लगा दी , नागालैंड, अरुणाचलप्रदेश और मिजोरम के एयरपोर्ट पर पहुँचकर उस पवित्र भूमि पर पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज ने गोप्रतिष्ठाध्वज को फरहारकर सम्पूर्ण प्रदेश वासियों को गौरक्षा के लिए प्रेरित करते हुए वीडियो सन्देश प्रसारित किया । पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय की सरकार ने पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज के विशेष विमान को अपने प्रदेश में उतरने की अनुमति ही नही दी , ऐसी स्थिति में आकाश में मेघों के बीच 21000फुट की ऊंचाइयों पर ही प्रतीकात्मक गोप्रतिष्ठाध्वज को लहराकर सम्पूर्ण प्रदेश वासियों को गोरक्षा का सन्देश दिया ।
गोप्रतिष्ठा आन्दोलन को बडी सफलता तब मिली जब ‘परमाराध्य’ परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर अनन्तश्रीविभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज के आदेशानुसार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिन्दे ने गोमाता को #महाराष्ट्र राज्य की राज्यमाता घोषित किया , गुजरात की सभा में मंच पर उपस्थित समस्त विपक्ष के नेताओं विधानसभा में गोप्रतिष्ठा के प्राइवेट मेम्बर बिल लाने की घोषणा की, राजस्थान मे गोसांसद और गोविधायकों के प्रयास से लगभग 30 से अधिक विधायकों ने अभियान को समर्थन पत्र दिया है । साथ ही देश के अनेकों सांसदो , विधायकों ने गोमाता – राष्ट्रमाता अभियान गोप्रतिष्ठा आन्दोलन को अपना समर्थन दिया ।
पारम्परिक मर्यादा के कारण पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज स्वयं नही जा सके जिन केन्द्रशासित राज्यों में वहां अपने प्रतिनिधि के रूप में गोध्वज स्थापना भारत यात्रा के सहप्रभारी श्री विकास पाटनी जी को भेजकर उन स्थानो पर जो कि समुद्र के अन्दर स्थित हैं, ऐसे केन्द्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप, दमणदीव, दादरानगर हवेली, अण्डमान निकोबार आदि द्वीप समूहों में भी गोप्रतिष्ठाध्वज की स्थापन कर गौसेवा का दृढ संकल्प लिया गया ।
पूरे भारत में गोमाता के लिए एक जैसी आदर्श भावना देखी गई, सबने एक स्वर से इस आन्दोलन को अपना समर्थन दिया । कई और प्रदेश की सरकारें गोमाता को राज्यमाता बनाने की घोषणा करने हेतु विचार-विमर्श कर रही है , उन सभी से कहना है कि आप जल्द-से-जल्द ऐसे निर्णय करें ।
आगामी कार्ययोजना –
वृन्दावन के स्नेह बिहारी मन्दिर में आयोजित पूर्णता सभा में मंचासीन सभी महापुरुषों के समक्ष पूज्यपाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य भगवान ने आन्दोलन को आगे और तेजी करने का निम्नलिखित प्रस्ताव रखा , समस्त सन्तों की ओर से पूज्यपाद जगद्गुरु मलूक पीठाधीश्वर द्वाराचार्य स्वामी राजेन्द्रदास जी महाराज ने मंच से इसकी घोषणा करते हुए कहा कि शंकराचार्य जी महाराज के द्वारा दिया गया प्रस्ताव हम सब के लिए उनका आदेश है, हम सब मिलकर उसका परिपालन अवश्य करेंगे ।
1- कार्तिक शुक्ल अष्टमी तदनुसार दिनाक 9 नवम्बर 2024 को #गोपाष्टमी महापर्व के दिन काशी में पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज 36प्रदेशों में सघन प्रचार के लिए हर प्रदेश में अपने प्रतिनिधि को भेजेंगे पूरे प्रदेश में जनसामान्य के स्तर तक शंकराचार्य जी महाराज के गौरक्षा सन्देश को जन जन तक पहुंचाएगा ।
2- आगामी महाकुंभ पर्व में मासपर्यन्त चलने वाला विशाल गोप्रतिष्ठा महायज्ञ करके आध्यात्मिक शक्ति का संचय किया जाएगा ।
3- गो गर्जना सभा
आगामी दिनों में लाखों की संख्या में गोभक्त इकट्ठा होंगे और जिन्होने गाय के लिए कार्य किया है उनका अभिनन्दन और जो नही करेगा उसको कडा सन्देश देकर उन सबको हिन्दू समाज से बहिष्कृत किया जाएगा ।
वृन्दावन में गोप्रतिष्ठा आन्दोलन के अन्तर्गत चल रहे गोध्वज स्थापना भारत यात्रा के साथ आन्दोलन का एक चरण सम्पन्न हुआ । स्नेह बिहारी मन्दिर में आयोजित सभा में मंचासीन रहे सर्वश्री पूज्यपाद मलूकपीठाधीश्वर जगद्गुरु राजेन्द्रदास जी महाराज, पूज्य जगद्गुरु परमहंसाचार्य जी महाराज, पूज्य गोगंगाकृपाकांक्षी श्री गोपालमणि जी महाराज, पूज्य उदितानन्द ब्रह्मचारी जी महाराज, पूज्य निग्रहाचार्य भागवतानन्द जी महाराज , पूज्य तीर्थानन्द जी महाराज, पूज्य गोपालदास जी, आचार्यश्री सच्चिदानन्द द्विवेदी जी , आचार्यश्री आचार्य बदरीश जी, आचार्यश्री नेत्रपाल जी, पूज्य श्री अनिरुद्धाचार्य जी महाराज, पूज्य श्री रामविलास चतुर्वेदी जी, पूज्य इन्द्रदेवानन्द जी , श्री करणकृष्ण गोस्वामी जी, अखिलेश ब्रह्मचारी जी, देवेन्द्र पाण्डेय, त्रिभुवन दासजी, वेदानन्द गिरी जी, सत्यानन्द जी महाराज, दशरथ दास, कुलदीप शास्त्री, अरविन्द मिश्र जी महाराज आदि उपस्थित रहे ।
यात्रा में सहयोग करने वाले देशभर के सभी गोभक्तों, सभी प्रदेश प्रभारियों, सभी सहयोगियों को विशेष धन्यवाद ।
जल्दी ही इस यात्रा को लेकर #जय_ज्योतिर्मठ पत्रिका एक विशेषांक लेकर आएगा , जिसमें इस यात्रा के हर पहलुओं को समुचित स्थान देकर प्रकाशित किया जाएगा ।
आज दिनांक 28 अक्टूबर 2024 को वृन्दावन से दिल्ली होते हुए 6दिवसीय छत्तीसगढ की यात्रा के लिए रायपुर जा रहे हैं ।
मुकुन्दानन्दः
यात्रा प्रभारी – गोध्वज स्थापना भारत यात्रा