अयोध्या में 2121 कुंडीय श्री राम महायज्ञ में आज से आहुतियां पढ़ाना प्रारंभ : आचार्य देव मुरारी बापू
अयोध्या में एक 2121 से कुंडी श्री राम महायज्ञ में आज से आहुतियां पढ़ाना प्रारंभ हो गई हैं प्रधान बेदी पर मुख्य यजमान मुनिराज पटेल ने पत्नी सहित हवन करना प्रारंभ किया काशी से यज्ञ में पहुंचे यज्ञ आचार्य डॉक्टर प्रेम नारायण शास्त्री जी ने मंत्तों द्वारा हवन करना प्रारंभ किया बेदी पर मुख्य अजमान के पास बैठ यह के सलाहकार आचार्य देवमुरारी बापू ने यज्ञ में बैठकर यज्ञ के अधिष्ठात्री देवी देवताओं का आहृवाहन किया जिससे यज्ञ में पढ़ने वाली आहुतियां से उठने वाले धुएं धुआं देवताओं तक पहुंचे, आचार्य देवमुरारी बापू ने कहा यज्ञ से उठने वाला पवित्र धुंआ वायुमंडल में जहां तक जाता है वातावरण शुद्ध होता है एवं देवताओं को प्रसन्न करने का कलयुग में इससे अच्छा और कोई साधन नहीं बताया गया है यज्ञ साक्षात भगवान विष्णु का स्वरूप होता है यदि भगवान विष्णु प्रसन्न हुए तो भगवान विष्णु समस्त सृष्टि के पालन करता है जिससे समस्त ब्रह्मांड के जीव को पुष्टि करने में सहायक होते हैं यज्ञ में सभी यजमानों ने क्रम से वेद मंत्रों के द्वारा हवन किया, प्रमुख रूप से मध्य प्रदेश से पहुंचे यजमानों में चक्र पाल सिंह, प्रधान यजमान मुनिराज पटेल, कपिल सिंह रघुवंशी, दान सिंह रघुवंशी, आदि 2121 यजमान जोड़ों ने एक साथ प्रातः काल से हवन करना प्रारंभ हुआ जिससे अयोध्या का वातावरण और ईश्वर कृपा के लिए विश्व कल्याण की भावना से हवन किया। यज्ञ में वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा हवन सामग्री समय-समय पर पहुंचाई गई एवं यजमानों तक पहुंच कर हवन करने में सहायता की।